Prerna Dwivedi

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आजकल के रिश्ते

आजकल के रिश्तों की डोर को डगमगाने में जरा भी वक्त नहीं लगता है,,
न जाने रिश्तों की नींव मजबूत क्यूं नहीं है?
क्यूं, कोई भी आकर उसे तोड़कर चला जाता है,, क्यूं लोगो को रिश्तों को निभाने और बचाने से ज्यादा तोड़ने में ज्यादा सही लगता है।।
आज इस क्यूं? का जवाब खुद से मांग रही थी ,, पता है क्या मिला??
यही की आजकल के रिश्तों में प्यार और विश्वास की कमी है।।
अगर कोई प्यार और विश्वास से आपके दिल को जीत भी लेता है, हम उस पर अंधा विश्वास करने लगते है, उस पर जान लुटाने लगते है,जबकि कहीं कहीं ये सब करना आप पर भारी पड़ सकता है क्योंकि हम नहीं जानते है उसके दिल में सच की भावना है कि झूठी ।। 
क्या वो भी आपको उसी प्यार और विश्वास के साथ समझेगा जिससे विश्वास प्यार के साथ आप करते है!! कोई नहीं जानता कब क्या हो??
कब कौन सा रिश्ता आपको दगा दे जाएगा ,, कब आपके पीठ पर खंजर घोप देगा नहीं जानता है कोई ।। 
इसलिए किसी के साथ ऐसा खेल खेलने से पहले ये सोच लो कि कहीं ये खेल आपको भी ले ना डूबे तो जरा संभलकर किसी के विश्वास और प्यार के साथ ना खेले और ना उनके दिल के साथ !!

बल्कि हर रिश्ते में खूबसूरती के साथ इसको निभाओ !! खुश रहो भी और रहने भी दो!👍🌻

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3 Comments

Sonali negi

03-Jun-2021 03:48 PM

Osmm

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kapil sharma

16-May-2021 08:02 AM

बहुत अच्छा

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Prerna Dwivedi

16-May-2021 05:29 PM

धन्यवाद!🌻

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